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भारत के प्रमुख दर्रे,Major pass or Col of India, अर्थ परिभाषा स्थिति एवं प्रमुख विशेषताएं

         
         " भारत के प्रमुख दर्रे "
       ( Major Pass of India )
• दर्रा (Pass/Col) :- पर्वतों एवं पहाड़ों के मध्य में पाए जाने वाले आवागमन के प्राकृतिक मार्ग को दर्रा कहते हैं। दर्रा किसी पर्वत अथवा पहाड़ी में स्थित अनुप्रस्थ संकरी द्रोणी का निचला भाग होता है, जहाँ से आवागमन का मार्ग गुजरता है। दर्रे को तिब्बती भाषा में " ला " कहते हैं। राजस्थान में आदिवासियों व स्थानीय लोगों द्वारा दर्रे को " नाल " कहा जाता है। यह पर्वतों के मध्य तंग और नीचा रास्ता होता है। जो दो ओर के स्थानों को जोड़ता है। भारत में  पाई जाने वाली पर्वत श्रृंखलाओं में अनेक दर्रे पाए जाते हैं। इन दर्रो का प्राचीन काल से ही आवागमन एवं सामरिक दृष्टि से महत्व रहा है। वर्तमान में भी ये दर्रे आवागमन एवं सामरिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारत में पाए जाने वाले दर्रो को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया गया है।
(1.) उत्तरी भारत के प्रमुख दर्रे
(2.) उत्तरी पूर्वी भारत के प्रमुख दर्रे
(3.) दक्षिणी भारत के प्रमुख दर्रे
(1.) उत्तरी भारत के प्रमुख दर्रे :-
(1.) काराकोरम दर्रा :-
• यह दर्रा लद्दाख में काराकोरम पहाड़ियों के मध्य स्थित है।
• यह भारत का सबसे ऊंँचा दर्रा है। इस की समुद्रतल से ऊंचाई 5654 मीटर है।
• इस दर्रे से होकर यारकंद तथा तारीम बेसिन को मार्ग जाता है। यहांँ से चीन को जाने वाली एक सड़क भी निर्मित की गई है।
• यह दर्रा सियाचिन ग्लेशियर के पास से भारत के पाक अधिकृत क्षेत्र को चीन के शिनजियांग क्षेत्र से जोड़ता है।
• वर्तमान में इस दर्रे पर चीन का अधिकार है।
(2.) चांगला दर्रा :-
• यह दर्रा लद्दाख में महान हिमालय श्रेणी में स्थित है।
• यह दर्रा लद्दाख को तिब्बत के तांगत्से कस्बे से जोड़ता है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 5360 मीटर है।
• यह विश्व का तीसरा सबसे ऊंँचा परिवहन योग्य दर्रा है।
(3.) इमिस ला दर्रा :-
• यह दर्रा लद्दाख को तिब्बत से जोड़ता है।
(4.) खारदुंग ला दर्रा :-
• यह दर्रा लद्दाख में स्थित है।
• यह दर्रा लेह को मध्य एशिया के काशगर से जोड़ता है।
• यह दर्रा श्योक एवं नुब्रा घाटीयों को जोड़ता है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 5602 मीटर है।
(5.) तनकला दर्रा :- 
• यह दर्रा लद्दाख में अक्साई चीन क्षेत्र में स्थित है।
• इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 5466 मीटर है।
• वर्तमान में इस दर्रे पर चीन का अधिकार है।
• यह दर्रा लद्दाख को ल्हासा (तिब्बत) से जोड़ता है।
(6.) अगहित दर्रा :- 
• यह दर्रा लद्दाख में काराकोरम श्रेणी की चोटी K-2 के उत्तर में स्थित है।
• यह दर्रा लद्दाख को सिकिंयांग (चीन) से जोड़ता है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 5306 मीटर है।
(7.) जोजिला दर्रा :-
• यह दर्रा जम्मू कश्मीर में जास्कर श्रेणी में स्थित है।
• इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 3529 मीटर है।
• इस दर्रे से श्रीनगर (कश्मीर घाटी) से लेह जाने का मार्ग गुजरता है।
• इस दर्रे में एशिया की सबसे लंबी टनल जोजिला टनल स्थित है। जो श्रीनगर को लेह से (सोनमार्ग से गगनगिरी को) जोड़ती है। यह टनल 14.15 किलोमीटर लंबी है। इसके बनने से लद्दाख पहुंचने में सुविधा हुई है।
(8.) बुर्जिल दर्रा :-
• यह जास्कर पर्वत श्रेणी में स्थित है।
• यह दर्रा श्रीनगर को गिलगित से जोड़ता है।
• यह कश्मीर और मध्य एशिया के बीच आवागमन का पारंपरिक मार्ग है
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 4100 मीटर है।
(9.) पीर पंजाल दर्रा :-
• यह दर्रा जम्मू कश्मीर के दक्षिण पश्चिम में स्थित पीर पंजाल श्रेणी में है।
• इस दर्रे से कुलगांँव से कोठी जाने का मार्ग गुजरता है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 3490 मीटर है।
• यह दर्रा कश्मीर घाटी को जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ जिलों से जोड़ता है।
(10.) बनिहाल दर्रा :-
• यह दर्रा जम्मू कश्मीर के दक्षिण पश्चिम में स्थित पीर पंजाल श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे से जम्मू से श्रीनगर जाने का मार्ग गुजरता है।
• जवाहर सुरंग इसी दर्रे में स्थित है।
• इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 2832 मीटर है।
• इस दर्रे से नेशनल हाईवे 1A गुजरता है।
• यह दर्रा हिमाचल प्रदेश में पीर पंजाल श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 4631 मीटर है।
• यह दर्रा मनाली को लेह से जोड़ता है।
• इस दर्रे से देश की सबसे लंबी सुरंगो में से एक अटल सुरंग (रोहतांग सुरंग) हिमालय के पूर्वी पीरपंजाल श्रेणी में रोहतांग दर्रे के नीचे 10171 फुट की ऊंचाई पर निर्मित की जा रही है।
•  यह दर्रा कुल्लू घाटी को लाहौल स्पीति से जोड़ता है।
(12.) बारालाचा ला दर्रा :-
• यह दर्रा हिमाचल प्रदेश में जास्कर पर्वत श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 4846 मीटर है।
• यह दर्रा मंडी और लेह को जोड़ता है।
(13.) देब्सा दर्रा :-
• यह दर्रा हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है।
• यह दर्रा कुल्लू को स्पीति से जोड़ता है।
(14.) लुगंलाचा ला दर्रा :-
• यह दर्रा लेह (जम्मू कश्मीर) को मनाली (हिमाचल प्रदेश) से जोड़ता है।
(15.) शिपकि ला दर्रा :-
• यह दर्रा हिमाचल प्रदेश की जास्कर पर्वत श्रेणी में स्थित है।
• इस दर्रे से होकर शिमला से तिब्बत जाने का मार्ग है।
शिपकी ला दर्रा के समीप से सतलज नदी हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है। यह नदी तिब्बत के मानसरोवर झील के समीप राक्षसताल से निकलती है।
📝..  जास्कर पर्वत श्रेणियों में चार प्रमुख दर्रे हैं।बुर्जिल, जोजिला, बारालाचा ला, शिपकि ला,  📝... पीरपंजाल श्रेणियों में पीरपंजाल तथा बनिहाल दर्रा स्थित है।
(16.) माना दर्रा :- 
• यह दर्रा उत्तराखंड राज्य की कुमायूंँ पर्वत श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 5545 मीटर है।
• यह दर्रा माना गांँव को तिब्बत से जोड़ता है।
• इस दर्रे से होकर भारतीय तीर्थयात्री मानसरोवर झील और कैलाश घाटी के दर्शन हेतु जाते हैं।
(17.) नीति दर्रा :-
• यह दर्रा उत्तराखंड राज्य के कुमायूंँ पर्वत श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 5389 मीटर है।
• इस दर्रे से मानसरोवर झील और कैलाश घाटी को मार्ग जाता है।
(18.) लिपुलेख दर्रा :-
• यह दर्रा उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ में स्थित है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 5334 मीटर है।
📝...  माना, नीति, लिपुलेख और थांगला दर्रे से मानसरोवर झील व कैलाश घाटी की यात्रा के लिए मार्ग गुजरता हैं। ये सभी दर्रे उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
(2.) उत्तरी-पूर्वी भारत के प्रमुख दर्रे :-
(1.) नाथूला दर्रा :-
• यह दर्रा सिक्किम राज्य में डोंगेक्या श्रेणी में स्थित है।
• यह दर्रा भारत चीन युद्ध में अपने सामरिक महत्व के कारण चर्चा में रहा था।
• इस दर्रे से दार्जिलिंग और चुंबी घाटी होकर तिब्बत जाने का मार्ग है।
• 1962 के बाद इस दर्रे को बंद कर दिया गया था।
• वर्ष 2006 में इस दर्रे को व्यापार हेतु खोला गया। भारत व चीन के मध्य होने वाले कुल व्यापार का 80% व्यापार इसी दर्रे के द्वारा होता है।
• चुंबी नदी इसी दर्रे से होकर बहती है।
(2.) जेलेपला दर्रा :-
• यह दर्रा सिक्किम राज्य में स्थित है।
• यह सिक्किम एवं भूटान को जोड़ता है।
• समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 4270 मीटर है।
• इस दर्रे का निर्माण तीस्ता नदी द्वारा किया गया है।
• इस दर्रे से दार्जिलिंग और चुंबी घाटी होकर तिब्बत जाने का मार्ग है।
(3.) डोंकिया दर्रा :-
•यह दर्रा सिक्किम राज्य में स्थित है।
• इस दर्रे के समीप भारत की सर्वोच्च अवस्थिति वाली झील चोलाम स्थित है।
(4.) बोमडिला दर्रा :-
• यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर पश्चिमी भाग में स्थित है।
• इस दर्रे से तवांग होकर तिब्बत जाने का मार्ग है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 2217 मीटर है।
• तवांग घाटी में एक प्रसिद्ध बौद्ध मठ स्थित है।
(5.) यांग्याप दर्रा :-
• यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर पूर्व में भारत - तिब्बत सीमा पर स्थित है।
• इस दर्रे के समीप से ही ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है।
• इस दर्रे से चीन जाने के लिए मार्ग है।
(6.) दीफू दर्रा :-
• यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के पूर्व में म्यांमार व चीन की सीमा पर स्थित है।
(7.) पांगसाड़ दर्रा :-
• यह अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण पूर्व में म्यांनमार सीमा पर स्थित है।
• इस दर्रे से डिब्रूगढ़ से म्यांनमार जाने का मार्ग गुजरता है।
(8.) तुजू दर्रा :-
• यह दर्रा मणिपुर राज्य के दक्षिण पूर्व में स्थित है।
• इस दर्रे से इंफाल से तामु और म्यानमार जाने के लिए मार्ग गुजरता है।
(3.) दक्षिणी भारत के प्रमुख दर्रे :-
(1.) थालघाट दर्रा :-
• यह दर्रा महाराष्ट्र राज्य में पश्चिमी घाट श्रेणियों में स्थित है।
• यह प्रायद्वीपीय भारत का प्रमुख दर्रा है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 583 मीटर है।
• इस दर्रे से होकर दिल्ली मुंबई के प्रमुख सड़क व रेल मार्ग गुजरते हैं।
(2.) भोरघाट दर्रा :-
• यह दर्रा महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी घाट श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे से पुणे बेलगाम रेल मार्ग और सड़क मार्ग गुजरते हैं।
• इस दर्रे की समुद्र तल से औसत ऊंचाई 548 मीटर है।
• यह दर्रा मुंबई, पुणे ,चेन्नई को जोड़ता है।
(3.) पालघाट दर्रा :-
• यह दर्रा केरल राज्य के मध्य पूर्व में नीलगिरी की पहाड़ियों एवं अन्नामलाई की पहाड़ियों के मध्य स्थित है।
• इस दर्रे की समुद्र तल से ऊंचाई 305 मीटर है।
• इस दर्रे से कालीकट-त्रिचोर से कोयंबटूर-इंडोर रेल व सड़क मार्ग गुजरते हैं।
• इस दर्रे को पालक्काड़ दर्रा भी कहते हैं।
• यह दर्रा कोझीकोड (केरल) में कोयंबटूर (तमिलनाडु) को जोड़ता है।
(4.) सेनकोटटा दर्रा :-
• यह दर्रा केरल राज्य में इलायची की पहाड़ियों तथा कार्डोमम पहाड़ियों में स्थित है।
• इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 210 मीटर है।
• यह दर्रा तिरुवनंतपुरम (केरल) तथा मदूरै (तमिलनाडु) को जोड़ता है।
• इस दर्रे से राष्ट्रीय राजमार्ग 48 गुजरता है। जो मुंबई को चेन्नई से जोड़ता है।
(6.) बुरहानपुर दर्रा :-
• यह दर्रा मध्यप्रदेश राज्य में सतपुड़ा पर्वत श्रेणी में स्थित है।
• इस दर्रे से प्रमुख रेल तथा सड़क मार्ग गुजरते हैं।
(7.) बर दर्रा :-
• यह दर्रा राजस्थान के अजमेर जिले में अरावली पर्वत श्रेणियों में स्थित है।
• इस दर्रे से राष्ट्रीय राजमार्ग 14 गुजरता है। जो अजमेर को कांडला (गुजरात) से जोड़ता है।

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